: बाँदा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी घोषित न होने से उपजी निराशा

: बाँदा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी घोषित न होने से उपजी निराशा


 
- जातीय समीकरण में उलझी घोषणा 
- पिछड़ा वर्ग से आ सकतें हैं


 


 उत्तर प्रदेश । बाँदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से भजपा आला कमान जहां अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नही कर पा रहा वहीं विपक्षी दलों के प्रत्याशियों नें अपना -अपना जनसंपर्क शुरू कर दिया है । भाजपा आलाकमान द्वारा यहां प्रत्याशी घोषित न किये जानें से निराशा औऱ कुंठा पार्टी कार्यकर्ताओं में उपजने सी लगी है । 


बाँदा लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट के दावेदार लगभग एक पखवारे से दिल्ली में डेरा जमाये अपना दिल - दिमाग लगाये हुये हैं , पर अभी तक जानकार यही बता रहे हैं कि बाँदा लोकसभा का किसे प्रत्याशी बनाया जाय , जातीय समीकरण में उलझ गया है । आलम यह है कि टिकट के दावेदार एवं बाँदा - चित्रकूट में बैठे उनके समर्थकों दोनों कि चिन्तायें, उलझने औऱ मायूसी भी बढ़ गयी है।



जैसा कि हम पहले भी बता चुके है कि भाजपा से टिकट के दावेदारों की लंबी श्रंखला हैं , जिसमे वर्तमान सांसद भैंरो प्रसाद .अशोक त्रिपाठी जीतू , पूर्व सांसद .रमेश दिवेदी , पूर्व सांसद एवं वर्तमान में मानिकपुर विधायक आर.के पटेल .पूर्व जिलाध्य्छ इन्द्रपाल पटेल , वरिष्ठ नेता राजेश दिवेदी , पूर्व जिलादय्छ पुरुषोत्तम पांडे, रामलखन , पर्दुम्म आजाद नाम हैं । इसके अलावा फ़रुख्खाबाद निवासी रमेश अवस्थी भी यहां से टिकट हासिल करने का सपना संजोये हैं ! पर फिलहाल समाचार लिखने तक कोई स्थिति अभी तक साफ नहीं हुई ।
दिल्ली में टिकट के लिये डेरा जमाये प्रत्याशियों से मिल रही जानकारी के अनुसार झांसी से यदि ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट मिलता है तो बाँदा लोकसभा टिकट पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी को दिया जा सकता है ? इस स्थिति में मानिकपुर विधायक आर.के पटेल का पलड़ा भारी पड़ता दिखता है! क्योकि वह बसपा से भी विधायक,मन्त्री , सपा से सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा से चित्रकूट जिले की मानिकपुर विधानसभा से विधायक हैं । ऐसे में यदि भाजपा पिछड़ा वर्ग से टिकट देती है तो आर .के पटेल की दावेदारी राजनीतिक समीक्षक मजबूत मान रहें हैं 



कुल मिलाकर हालत यह है कि बाँदा लोकसभा से अब तक प्रत्याशी घोषित न होने से भाजपा कार्यकर्ताओ औऱ नेताओं में खीझ भरी बेचैनी सोशल मीडिया की पोस्टों में भी दिखाई देनें लगी है औऱ विपक्षी दलों के घोषित प्रत्याशियों के समर्थक भी भाजपा का अब तक प्रत्याशी घोषित न होने पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष करने लगे हैं