पानी को तरस रहे मानव ग्राम पंचायत में कई सूखे पड़े तलाबो मे पानी न होने से जानवर गर्मी में प्यासे बेहाल

खबर गोरखपुर तहसील गोला के ग्राम सभा सिधारी की


मरम्मत के अभाव में वर्षों से खराब पड़े कई हैण्ड पंप बूंद बूंद पानी को तरस रहे मानव
ग्राम पंचायत में कई सूखे पड़े तलाबो मे पानी न होने से जानवर गर्मी में प्यासे बेहाल


विकास खण्ड गोला ग्राम सभा सिधारी का मामला


कई वर्षों से खराब पड़े हैंडपंप से आज तक नहीं हुआ कई कूपों का मरम्मती कर


ग्राम प्रधान रामप्रताप यादव का दिखाई दिया विकास


ग्राम सभा सिधारी के कई हैंडपंप बने नमूना


जहां एक ओर सरकार गांव गांव शुद्ध और स्वच्छ जल पहुंचाने का दावा कर रही है वहीं जनपद के गोला ब्लाक के ग्राम सभा सिधारी के गांव आज भी बूंद बूंद पानी के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगाना पड़ रहा है जर्जर कुआं और ध्वस्त नल देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर यहां के लोग पानी कहां से लाते हैं पानी वंही गांव के लोगों की माने तो ब्लॉक के बड़े अधिकारी व सत्तापछ के बड़े नेता का हाथ ग्राम प्रधान रामप्रताप यादव के सर पर होने के कारण ग्राम प्रधान अपनी दबंगई के चलते मनमानी कर रहा है बीते कुछ सालों से आज तक एक भी हैंडपंप व कुआं का मरम्मती करण नहीं किया गया जिसे जरा सा धक्का देने पर कुआ के खंभे गिर सकते हैं जो कि उनकी स्थिति नाजुक हो चुकी है हैंडपंप बिगडे पड़े हैं ग्रामीण अपने पैसे से बनवाते हैं मजबूरी में


ग्रामीणो की माने तो प्रधान रामप्रताप यादव की मनमानी से परेशान हैं गांव के लोगों ने बताया हमारे इस प्रधान रामप्रताप से गांव की जनता नाराज है और सरकारी कोई भी योजना का लाभ नहीं मिलता है जहां तक कि आज तक इस गाँव में शौचालय का कार्य पूरा नहीं सका जो लोग अपना पैसा लगाकर शौचालय बना चुके हैं उनको प्रधान पैसा नहीं दे रहें हैं।ऐसा ही मामला आज ग्राम सिधारी से प्रमोद सिंह s/o स्व महात्म सिंह के पुत्र के साथ हुआ जो करीब एक साल पहले प्रधान को सारा प्रपत्र दे चुके है। प्रधान से बात करने पर उनका कहना है कि फिर से सारे कागजात दीजिए। पात्र लोगो को आवास नहीं दिए गए हैं गांव में एक भी एल ई डी लाईट,सड़क का निर्माण नहीं हो सका है।इस प्रधान की वजह से गांव में सरकार के प्रति गुस्सा जाहिर हो रहा है और सरकार की कोई योजना का लाभ नही मिल रहा है



कई गांव आज भी विकास से कोसो दूर है कई तालाब मे पानी न होने से जानवर विकराल गर्मी में प्यासे तड़प रहे हैं अभी तक गौशाला की बेवस्था भी नही हो सकी लोग दूषित जल पी रहे हैं जिससे ग्रामीण लोग लाखों रुपए साल में बीमारी मे खर्च कर रहे हैं परंतु किसी भी अधिकारी की नजर इन लोगों के गांव पर नहीं पड़ रही हैं जिससे प्रधान व सरकार के प्रति गांव के लोगों में नाराजगी है