इन्सानियत कल्याण सेवा समिति गोरखपुर ने अनाथ बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया

इन्सानियत कल्याण सेवा समिति गोरखपुर ने अनाथ बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया


डेढ़ साल पहले सड़क हादसे में अनाथ हुए थे बच्चे


J C B मशीन द्वारा गिराया जा रहा था उक्त पीपल का पेड़


गगहा पुलिस की लापरवाही से आजतक J C B मशीन थाने तक नहीं


 


  गगहा थाना क्षेत्र में डेढ़ साल पहले हुए हादसे में मां की दर्दनाक मौत के बाद अनाथ हुए बच्चों को प्रशासन के तरफ से कोई आर्थिक सहायता व जिसकी लापरवाही के चलते हुए हादसे के बाद सरकारी तंत्र की उदासीनता के कारण बच्चो के सामने खड़ी संकट का आखिर बच्चों की देखभाल कैसे होगा ।  कारण कि तीनों अनाथ हुए बच्चों के पिता की तीन साल पहले मौत हो चुकी थी । ऐसे में अनाथ बच्चों के मामा दयाशंकर मौर्य बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी उठाने के साथ जिनके लापरवाही से हादसा हुआ उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिल पाया। उसके मामा दयाशंकर मौर्य के प्रयास से  डेढ़ साल से अनाथ बच्चों को नहीं मिला न्याय को संज्ञान में लेते हुए इन्सानियत कल्याण सेवा समिति अनाथ बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी उठाने की बीड़ा उठाया। उसी क्रम में समिति के सदस्य रुदल यादव नौ अक्टूबर को राधिका सीनीयर सेकेंडरी स्कूल पर पहुंचकर अंश मौर्य , अंशु मौर्य की पूरे साल की फीस 19870 रुपये जमा की।  विद्यालय के प्रबंधक डाक्टर बी के सिंह ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई में इन्सानियत कल्याण सेवा समिति की यह पहल सराहनीय है समिति इसके लिए बधाई के पात्र हैं। वहीं अनाथ बच्चों ने संस्था का आभार व्यक्त किया है। वहीं समिति के सदस्य रुदल यादव ने बताया कि अभी संस्था एक वर्ष पूर्व ही अपना कार्य शुरू किया है अभी तक सौ से ज्यादा लोगों की सहायता किया गया है।


बच्चों के मामा दयाशंकर मौर्या ने इंसानियत कल्याण सेवा समिति का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जो कार्य सरकार के द्वारा होना चाहिए था वह कार्य संस्था समिति के माध्यम से हुआ है हम समिति के चंद्रशेखर दुबे राम आशीष यादव देवी प्रसाद शुक्ल राम नवल पांडेय रुदल यादव को धन्यवाद देना चाहता हूं।