मा0 राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के चतुर्दश दीक्षान्त समारोह में की शिरकत
मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की छात्र-छात्राएं संकल्प लेकर देश के विकास के लिए करें काम-मा0 राज्यपाल, उ0प्र0 दहेज का विरोध करने वाली बेटियों का यूनिवर्सिटी में होना चाहिए।
सम्मान-मा0 राज्यपाल
29 नवम्बर, 2019 प्रयागराज।
मा0 राज्यपाल, उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के 14वें चतुर्दश दीक्षान्त समारोह में सम्मिलित होकर मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान करते हुए छात्रों को बधाई दी व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। समारोह का शुभाम्रभ दीप प्रज्जवलित कर मा0 राज्यपाल के कर-कमलों द्वारा किया गया। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मा0 राज्यमंत्री उच्च शिक्षा उ0प्र0 सरकार श्रीमती नीलिमा कटियार, मुख्य अतिथि के रूप में पद्यमश्री सम्मान से पुरस्कृत डाॅ0 अशोक भगत जी, सारस्वत अतिथि डाॅ0 आशीष गौतम, विश्वविद्यालय के कुलपित- प्रो0 कामेश्वर नाथ सिंह सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकगण मौजूद रहे। मा0 राज्यपाल ने समारोह में दीक्षान्त पुस्तिका का विमोचन भी किया। साथ ही डाॅ0 आशीष गौतम को मानद उपाधि प्रदान किया।
मा0 राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए गौरवपूर्ण अवसर होता है, जब विद्यार्थी ज्ञान प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण चरण पूरा करते हैं। विश्वविद्यालय केवल शिक्षा दान न करें, बल्कि विद्यार्थियों के सम्मुख सुखद भावी जीवन का मानचित भी प्रस्तुत करें। मुझे विश्वास है कि उच्च शिक्षा से जुड़े संस्थान ज्ञान आधारित समाज की चुनौतियों का सामना करने के लिये युवाओं को सक्षम बनायेंगे, जिससे वे राष्ट्र निर्माण में सहयोग देते हुए एक प्रबुद्ध नागरिक बन सके।
मा0 राज्यपाल ने कहा कि प्रयागराज की धरती अनेक राष्ट्रीय परिवर्तनों की साक्षी रही है। स्वतंत्रता सेनानी राजर्षि टंडन के नाम से 20 वर्ष पहले स्थापित यह विश्वविद्यालय अब वट वृक्ष बन चुका है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों के सामने रोजगार परक शिक्षा देने की चुनौती है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय ने कई नए रोजगार परक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की है। वर्तमान में विश्वविद्यालय 110 पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है। गवर्नर ने कहा यदि हम अपना फर्ज पूरा करेंगे तो अधिकार अपने आप मिलेगा। आज हम लोगों ने यह संकल्प किया है हम नहीं पढ़े हैं लेकिन बेटे और बेटियों दोनों को पढ़ाएंगे। दूसरे परिवर्तन आया है कि जितना समय मिलेगा घर का काम करेंगे जो समय बचेगा समाज सेवा करेगी। महिलाएं आज स्वयं सहायता समूह बनाकर देश के विकास में योगदान दे रही हैं। लोगों में ऐसा भाव होना चाहिए कि मैं हिंदुस्तानी हूं भारतवासी हूं। बच्चों का जो अनुभव होता है उस पर वह पुस्तक लिखें और अगले दीक्षांत समारोह में उसका विमोचन हो। ऐसा लिख कर बच्चे भी अच्छा लेखक बन सकते हैं। जिले में अच्छा काम करने वाले दो महिलाएं और दो पुरुषों को जोड़िए, ऐसे लोगों को अच्छा काम करने पर प्रमाण पत्र देकर उन्हें दीक्षांत समारोह में सम्मानित करिए, गोल्ड मेडल लेकर जा रहे बच्चों को एक संकल्प लेना है,
छात्र-छात्राएं देश के विकास के लिए काम करें।
मा0 राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता के लिए पीएम मोदी ने टॉयलेट बनवाएं, हम संकल्प करें कि कूड़ा कचरा बाहर नहीं फेंकेंगे। कूडे़ को सही जगह पर निस्तारित करेंगे,
हमारे देश में बाल विवाह की प्रथा है, हम यह संकल्प ले सकते हैं बाल विवाह नहीं होने देंगे,
समाज में पढ़े लिखे लोगों को ही उदाहरण प्रस्तुत करना होगा, मेधावी छात्र-छात्राओं से कहा यह सिर्फ गोल्ड मेडल नहीं है, बल्कि यह याद करायेगा आपको किसी और के पास से गोल्ड नहीं मांगना है, दहेज का विरोध करने वाली बेटियों का यूनिवर्सिटी में सम्मान होना चाहिए,
भ्रूण हत्या बंद होनी चाहिए, बेटियों का सम्मान होना चाहिए, बेटियों के लिए यूपी सरकार ने सुमंगला योजना शुरू की है, हमें बेटियों को बचाना है उन्हें संस्कारी बनाना है,
हर यूनिवर्सिटी से पांच पांच गांव को गोद लेने की अपील की, प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों से भी एक एक गांव गोद लेने की अपील की।
मा0 राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के प्रांगण में ही स्थित सभागार मेें ''पढ़े प्रयागराज'' कार्यक्रम से सम्बन्धित प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। उन्होंने शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों, प्रधानाचार्यों के साथ पढ़े प्रयागराज के सम्बन्ध में बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बच्चों में लेखन की कला को बढ़ावा दे। बच्चों में प्रतिभा ढूढ़े और उन्हें आगे बढ़ने में अपना सहयोग प्रदान करें। छोटे बच्चों के लिए लाइब्रेरी बनवाने का प्रयास करें। यूनिवर्सिटी के बच्चे प्राथमिक विद्यालयों में जाये व छोटे बच्चे यूनिवर्सिटी में आकर सीखने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि एक्टीविटी बेस पढ़ाई होनी चाहिए। इसी कक्ष में उन्होंने राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रयागराज में क्षयरोग मुक्त भारत 2025 के अभियान के अन्तर्गत जनपद में उपचार हेतु संचालित कार्यों का विवरण लिया। इस बैठक में जिलाधिकारी श्री भानुचंद्र गोस्वामी, मुख्य चिकित्साधिकारी-जी0एस0 वाजपेयी व लायंस क्लब एवं अन्य समाजसेवी संस्थाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस बैठक में मा0 राज्यपाल ने कहा कि विश्व के देशों ने क्षय से मुक्ति का लक्ष्य 2030 तक रखा है। हमारे मा0 प्रधानमंत्री जी ने भारत को 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करना है। उन्होंने टी0बी0 ग्रस्त बच्चों को गोद लेने के लिए कहा। इस बैठक में जिन्होंने बच्चों को गोद लिया हुआ था उनका आभार व्यक्त करते हुए प्रतिकात्मक रूप से पांच लोगो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारत को क्षय मुक्त बनाने के लिए हमें एक से अधिक बच्चों को गोद लेने का प्रयास करना चाहिए और उनकी हर सम्भव सहायता करनी चाहिए, जिससे वे जल्द से जल्द इस बीमारी से ठीक हो सके।
सघन मिशन इन्द्रधनुश कार्यक्रम का आयोजन 02 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रयागराज ने बताया है कि जनपद प्रयागराज में दिनांक 02 दिसम्बर, 2019 से 12 दिसम्बर, 2019(बुधवार, शनिवार एवं सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर) तक सघन मिशन इन्द्रधनुश कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित कर छूटे हुए एवं अन्य समस्त को टीकाकरण कर संतृप्त किया जायेगा।