संम्पर्क मार्ग निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा भारी पैमाने पर की जा रही धांधली

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संम्पर्क मार्ग निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा भारी पैमाने पर की जा रही धांधली


 


चित्रकूट/थाना मऊ अंतर्गत बरहा-कोटरा ऋषियन स्थान संम्पर्क मार्ग निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा भारी पैमाने पर की जा रही धांधली वर्ष 2013-2014 में 700मी. रोड निर्माण के लिए 29.41लाख रुपये क्षेत्रपंचायत से पास हुआ था परंन्तु संम्बंधित विभाग व ठेकेदार की बदनियत के चलते भारी पैमाने पर लूटघसोट करते हुए मार्ग निर्माण कार्य में ऋषियन स्थान के पास के ही पत्थरों को तोडकर सिर्फ गिट्टी बनाकर डालने का काम किया गया था जिसकी लागत ज्यादा से ज्यादा 5लाख रुपये ही रही  होगी व  रोड पटरी की भराई में  वही पर स्थित रामापत बांध की मिट्टी को खोदकर बांध को छति पहुचाते हुऐ 17,28,799, लाख रुपये का फर्जी भुगतान बिभाग व ठेकेदार ने मिलकर किया था जिसकी जांच की मांग स्थान के प्रधान पुजारी इन्द्रेश त्रिपाठी द्वारा पहले से की जा रही है लेकिन आज तक न ही सही जांच हुई न ही कार्यवाही हुई साथ ही मार्ग बनवाये जाने की मांग निरंतर उच्च स्तरीय अधिकारियों जनप्रतिनिधियों से की जाती रही है जिसके चलते पुनः मार्ग बनना प्रस्तावित हुआ और जनपद चित्रकूट के गौरीशंकर मिश्रा नामक व्यक्ति ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद कार्य करना प्रारंम्भ किया परंतु पिछले कार्य की अपेक्षा और भी अधिक भ्रष्टाचार युक्त कार्य ठेकेदार व संबंधित विभाग द्वारा वर्तमान समय में प्रारंम्भ करवाया गया जिसकी शिकायत उपजिलाधिकारी मऊ से की जाने पर उनके द्वारा खनिज अधिकारी चित्रकूट को अवगत कराया गया व मौके पर जाकर देखने के बाद उनके द्वारा स्वीकार किया गया जिसकी फोन रिकार्डिंग मौजूद है और उन्होंने अश्वाशन दिया कि स्थान पर ही अबैध खनन करके गिट्टी और डस्ट को रोड में डाला गया है लेकिन कार्यवाही का अश्वासन मात्र देते रहे परंन्तु किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं किये बल्कि सूत्रों द्वारा पता चला है कि ठेकेदार व खनिज अधिकारी चित्रकूट की पैसे का लेनदेन हो गया है और काम को जल्द से जल्द पूरा करने की कवायद शुरू कर दी गई है आज की ताजा खबर यह की अभी शाम 6बजे डामर लोड दो डाला मे भेजवाया गया है कि जिससे कार्य को जल्द से जल्द लीपापोती की जा सके अब देखना यह है कि खबर वायरल होने के बाद क्या रेंगेंगे संबंधित अधिकारियों के कान में जूं या इसी तरह से पुनः ऋषियन स्थान निर्माण कार्य में की जायेगी लीपापोती व इसी तरह की जायेगी सरकारी धन का बंदरबांट और खुलेआम उडाई जायेंगी योगी सरकार के नियमों की धज्जियां ।