माघ मेला के सकुशल सम्पन्न होने की कामना हेतु वरिष्ठ अधिकारियों ने संगम पर सपत्नीक गंगा पूजन किया
01 दिसम्बर, 2019 प्रयागराज।
पतित पावनी गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम के पावन तट पर माघ मेला 2019-20 के सकुशल सम्पन्न होने की कामना हेतु वरिष्ठ अधिकारियों ने संगम पर सपत्नीक गंगा पूजन किया। रविवार को संगम पर जिलाधिकारी प्रयागराज श्री भानुचंद्र गोस्वामी ने अपनी पत्नी के साथ वैदिक मंत्रोचार के बीच गंगा पूजन किया और मां गंगा से माघ मेला को सकुशल सम्पन्न कराने की कामना की और आशीर्वाद मांगा। इसी प्रकार वैदिक मंत्रोचार, शंखनाद एवं मां गंगा की आरती के बीच डीआईजी प्रयागराज श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह, एडीएम सिटी-श्री अशोक कुमार कनौजिया, सिटी मजिस्टेªट, प्रयागराज/प्रभारी मेलाधिकारी श्री रजनीश मिश्र के साथ अन्य अधिकारीगणों ने भी गंगा पूजन कर मां गंगा से आशीर्वाद प्राप्त किया। गंगा पूजन कार्यक्रम में फूलपुर की सांसद मा0 श्रीमती केशरी देवी पटेल भी उपस्थित रही।
गंगा पूजन के पश्चात जिलाधिकारी ने कहा कि सनातन धर्म की परम्परा का पालन करते हुए आगामी माघ मेले की तैयारियां की जा रही है। माघ मेले की तैयारियों अच्छे से पूरी हो, उसमें किसी प्रकार बाधा न आये, इसी मनोकामना के साथ गंगा मईया का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि माघ मेले की तैयारियां समय से चल रही है। समय से मेला क्षेत्र में पाईप लाइन, चकर्ड प्लेट, विद्युत और पाण्टुन पुल निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जायेगा। मेला क्षेत्र को 6 सेक्टरों में बसाया जा रहा है और इस बार कुल 5 पाण्टुन पुल बनाये जायेंगे। संगम पर गंगा मईया की जय और हर-हर महोदव के उद्घोष तथा शंखनाद की ध्वनि से पूरा संगम क्षेत्र गुंजायमान हो गया। सभी अधिकारियों ने गंगा मईया की आरती करते हुए हाथ जोड़ कर गंगा मईया से प्रार्थना किया और कामना किया कि माघ मेला सकुशल सम्पन्न हो जाय और आगामी माघ मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुगण संगम में स्नान के बाद अपने-अपने घर सकशुल लौट जाय। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भी गंगा मईया की पूजा-अर्चना करते हुए आशीर्वाद मांगा।
गंगा पूजन के उपरांत जिलाधिकारी प्रयागराज और फूलपुर की मा0 सांसद जी ने अक्षयवट का भी दर्शन-पूजन किया। उन्होंने कहा कि अक्षयवट दर्शन की आज से औपचारिक शुरूआत कर दी गयी है। जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं की दृष्टि से करायी जा रही तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को अक्षयवट के दर्शन प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाय।