नौकरी के नाम पर पैसे लेने के बाद जब पीड़ित ने पैसा मांगा तो उसे लगातार धमकियां

 नौकरी के नाम पर पैसे लेने के बाद जब पीड़ित ने पैसा मांगा तो उसे लगातार धमकियां दी जा रही हैं।


लखनऊ/ संवाददाता


थाना मोहनलालगंज पुलिस एवं राजस्व विभाग के तहसीलदार की मिलीभगत से पीड़ित को नहीं मिला न्याय पीड़ित परिवार को किया घर से बेघर ,मामला राजधानी लखनऊ के इकबाल खेड़ा भदेसुवा का सामने आया है


मामला कुछ समय पहले का है नौकरी के नाम पर अपने चाचा को 3 लाख रुपये दिए और कुछ समय बाद नौकरी जब नहीं मिली तो सुनील कुमार ने अपने पैसे मांगे उस पर उन्होंने मना किया साथ ही शासन में बैठने के कारण अपने पावर का इस्तेमाल किया और पैसे नहीं लौटा।


पीड़ित सुनील कुमार सिंह मीडिया ने बात की  तो उसने पूरी बात  बताई और न्याय की गुहार लगाई कि मुझे न्याय मिले  आइए नजर डालते हैं 


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दबंग निजी सचिव बृजभान सिंह की दादागिरी अपने पावर का शासन सत्ता का भरपूर लाभ उठाते हुए पीड़ित के मकान को किया क्षतिग्रस्त बृजभान सिंह का पूर्ण रूप से मकान पर कब्जा ग्राम इकबाल खेड़ा पोस्ट भदेसुवा थाना मोहनलालगंज का रहने वाला पीड़ित परिवार सुनील कुमार पुत्र विजय कुमार अपने परिवार के साथ अपना जीवन यापन करने में लगा हुआ था।


लेकिन इस पीड़ित परिवार के खुशियों में ऐसी नजर लगी कि पूरा परिवार तहस-नहस हो गया पीड़ित परिवार के चाचा बृजभान सिंह ने अपने रुतबे को कायम रखने के लिए सारी हदें पार कर दी अपने ही भतीजे को पुलिस के द्वारा एवं राजस्व विभाग के आला अधिकारियों ने पीड़ित को इतना दबाने की कोशिश की और उसका बनाया हुआ मकान पुलिस ने खड़े होकर निजी सचिव बृजभान सिंह को कब्जा करवा दिया पीड़ित परिवार थाना मोहनलालगंज पुलिस के पास कई बार मदद मांगने के लिए और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए दर-दर भट्ट का है ।


लेकिन पुलिस ने उसके साथ एक न्याय करने की वजह उसको जबरन समझौता कराने पर लगी हुई है पीड़ित परिवार सुनील कुमार पुत्र विजय कुमार अपने बच्चों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के यहां अपनी गुहार लगाने को मजबूर है ।लेकिन ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा पीड़ित को न्याय मिलना मुश्किल है क्योंकि दबंग निजी सचिव के द्वारा पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उसकी मदद करने वाला कोई नहीं है।


लगातार पीड़ित परिवार का मकान क्षतिग्रस्त किया जा रहा है एवं निर्माण कार्य निजी सचिव करवाने में लगे हुए हैं जिसकी सूचना पीड़ित परिवार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास दे चुका है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई अब देखने वाली बात है की पुलिस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाती है या समझौता कराकर के मामले को रफा-दफा करती है अभी तक पीड़ित परिवार का थाना मोहनलालगंज में मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया क्योंकि निजी सचिव बृजभान सिंह का परिवार शासन में नौकरी करने की वजह से अपने पावर का इस्तेमाल कर  के ऊपर दबाव बनाने में बृजभान सिंह के द्वारा लगातार धमकी दे रहे हैं।


ऐसे अधिकारी इस लोकतंत्र में लोगों को दबाने का कार्य कर रहे हैं अब देखना है कि उत्तर प्रदेश सरकार में बैठे हुए अधिकारी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कारगर साबित होते हैं या नहीं