रैन बसेरे और अलाव का सहारा नहीं, ठंड में कट रही बेसहारों की रात

रैन बसेरे और अलाव का सहारा नहीं, ठंड में कट रही बेसहारों की रात



नहीं जल रहे अलाव
सड़कों पर जलने वाले अलाव के प्वाइंटों की बात करें तो भले ही नगर निगम विभाग 150 से अधिक जगहों पर अलाव जलाने की बात कर रहा हो लेकिन इसकी सच्चाई सड़कों पर भ्रमण करने पर नजर आयी। जहां कई किलोमीटर का सफर तय करने के बाद भी कहीं अलाव का नामो-निशान नहीं मिला। जाजमऊ  पोखर पुरवा ओम पुरवा जगाई पुरवा से  लाल बंग्ला जाने वाली सड़क पर कहीं भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है।


वहीं, चकेरी की बात करें तो  ओम  पुरवा से  हरजिंदर नगर जाजमऊ नाचूंगी जाने वाली सड़क पर कई मजदूरों का रोजाना जमावड़ा लगता है, जो रात में भी दुकानों की टीन शेड के नीचे सोने को मजबूर हैं। वे भी अलाव के दर्शन को तरस रहे हैं। वहीं बात सूत्रों की मानें तो चौराहे की ओर जाने वाली सड़क पर भी अलाव का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।


इन अव्यवस्थाओं के बीच ठंड की मार से आम जनता और गरीब तबका ही परेशान हो रहा है। जिस ओर नगर निगम के अधिकारियों की न तो नजर पड़ रही है और न ही कोई अधिकारी इस ओर रुझान दिखा रहा है