रीवा जिला शिक्षा केंद्र के डी पी सी सुधीर बाण्डा का विवादों से पुराना नाता

विवादों से चौतरफा घिरे डी पी सी बाण्डा,कलेक्टर के आदेश का नही हुआ क्रियान्वयन ,विधान सभा को भेज दी झूठी जानकारी

रीवा जिला शिक्षा केंद्र के डी पी सी सुधीर बाण्डा का विवादों से पुराना नाता है।पूर्व मे भ्रष्टाचार के मामले मे तत्कालीन कलेक्टर डी पी आहूजा द्वारा डी पी सी के पद से हटाए गये बाण्डा दुबारा डी पी सी बनते ही एक महिला से विवादो मे फँस गये।अब एक ऐसा कारनामा उजागर हुआ है जिसमे उन्होने कलेक्टर के आदेश का भी क्रियान्वयन नही किया और विधान सभा को झूठी गलत और भ्रामक जानकारी भेज दी।
    मामला जिला शिक्षा केंद्र रीवा मे पदस्थ तीन ए पी सी और कुछ बी आर सी के रिडिप्लाय मेन्ट  समाप्त किये जाने से सम्बंधित है।जिस पर देवतालाब के भाजपा विधायक गिरीश गौतम ने विधान सभा के समाप्त हुये सत्र मे तारांकित प्रश्न क्रमांक 327 मे जिला शिक्षा केंद्र रीवा अन्तर्गत कार्यरत ए पी सी और बी आर सी के एक वर्ष के रि डिप्लाय मेन्ट का कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद,तीन वर्ष से पदस्थ ए पी सी और बी आर सी को मुक्त न किये जाने को लेकर सवाल उठाये थे।
           जिस पर कलेक्टर रीवा द्वारा दिनांक 12-12-19 को आदेश क्रमांक 1729 जारी कर पूर्व से पदस्थ सभी ए पी सी और बी आर सी  का रि डिप्लायमेन्ट सम्बंधी आदेश निरस्त कर दिनांक 13-12-19 को विधान सभा को जानकारी भी भेज दी। किन्तु  डी पी सी सुधीर बाण्डा ने कलेक्टर के आदेश की अवहेलना कर विधान सभा को भी गुमराह किया और आज तक एक भी ए पी सी और बी आर सी को कार्यालय से रिलीव नही किया।जबकि तत्काल सभी को मुक्त कर नये एम एड धारी पात्र लोगो को रि डिप्लायमेन्ट मे पदस्थ किया जाना चाहिये।चूंकि उक्त प्रश्न पर मन्त्री द्वारा 23 दिसम्बर को विधान सभा मे जवाब पढ़ना था किन्तु उसके पूर्व ही विधानसभा अनिश्चित काल के लिये स्थगित हो गई अन्यथा उसी दिन  सदन मे डी पी सी पर गाज गिरना तय था।