मैनपुरी जेल से पेशी पर आए बंदी ने भरे कोर्ट के अंदर तमंचे से गोली मार ली

मैनपुरी जेल से पेशी पर आए बंदी ने भरे कोर्ट के अंदर तमंचे से गोली मार ली


गोली पैर में लगी और बंदी गिर पड़ा।  गोली चलते ही अधिवक्ताओं, कर्मचारियों में भगदड़ सी मच गई। फायरिंग की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कोर्ट परिसर को चारों तरफ से घेर लिया। कोर्ट के अंदर पहुंची पुलिस ने घायल बंदी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अजय कुमार भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंच गए। घटना से दहशत फैल गई। मामले की जांच शुरू हो गई है। 
घटना सोमवार दोपहर करीब 3 बजे की है। मैनपुरी जेल से तिहरे हत्याकांड के आरोपी बंदी मनीष पुत्र सुखराम निवासी जलालपुर थाना करहल को पेशी पर लाया गया था। मनीष ने वर्ष 2012 में जमीन के विवाद को लेकर अपने पिता सुखराम, सौतेली मां सुषमा व सौतेले भाई अभिषेक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में मनीष सहित पांच लोग आरोपी बनाए गए थे। करहल पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया था। मुख्य हत्यारोपी मनीष घटना के बाद से ही मैनपुरी जेल में है।
सोमवार को जिला जेल से पुलिस सुरक्षा में इस बंदी को दीवानी की हवालात से एडीजे कोर्ट चतुर्थ पेशी पर ले जाया गया। कठघरे में उसके साथ दो बंदी और थे। अचानक तमंचे से चली गोली बंदी के बाएं पैर में लगी और वह गिर पड़ा। गोली लगते ही भगदड़ मच गई और लोग भागने लगे। जानकारी मिलते ही एसपी अजय कुमार पुलिस बल को लेकर दीवानी पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल की पड़ताल की और बंदी को जिला चिकित्सालय भिजवाया। बताया गया कि घटना के समय न्यायाधीश तरुण कुमार कोर्ट के विश्राम कक्ष में थे। 


बंदी ने अपने पैर में गोली मारी है। जांच की जा रही है कि उसके पास तमंचा कैसे पहुंचा। इस मामले में जो भी दोषी निकलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।