स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लापरवाही बर्दाश्त नही- जिलाधिकारी 

स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लापरवाही बर्दाश्त नही- जिलाधिकारी 
मातृ एंव शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए उठाए जाएं कारगर कदम-जिलाधिकारी


दिनांक 09/01/2020


उत्तर प्रदेश/ श्रावस्ती


श्रावस्ती/जिले में मातृ एंव शिशु मृत्यु दर अन्य जनपदों की तुलना में अधिक है। जो चिंता का विषय है। इसे रोके बिना स्वस्थ्य समाज की परिकल्पना नही पूरी की जा सकती है, इस लिए मातृ एंव शिशु मृत्यु दर विशेष प्रयास की जरूरत के साथ ही कारगर कदम उठाए जाएं ताकि जिले की कोई भी गर्भवती/धात्री महिला एंव नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के देखभाल के अभाव में मौत न होने पाए। स्वास्थ्य कार्यक्रमों मे लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी यदि किसी चिकित्सक/पैरामेडिकल कर्मी की शिकायत मिली तो निश्चित की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उक्त विचार कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के दौरान जिलाधिकारी सुश्री यशु रूस्तगी ने व्यक्त किया। उन्होने जोर देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मुखिया से लेकर उनके अधीनस्थ प्रभारी चिकित्साधिकारियों के साथ ही स्वास्थ्य निरीक्षक, ऐनम, आशा बहू, आशा संगनियो को अब विशेष ध्यान रखकर दायित्व बोध के साथ काम करना होगा। इसके लिए उन्होने जिले की हर गर्भवती महिलाओं से लेकर नवजात शिशुओं का समय से टीकाकरण के साथ-साथ स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उन्हे समय से इलाज मुहैया कराकर स्वस्थ्य बनाना होगा। ताकि जिले की मातृ एंव शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रवार मातृ एंव शिशु मृत्यु दर की समीक्षा की और मृत्यु के कारणों का विश्लेषण करते हुए भविष्य में इस की पुनरावृत्ति न हो पर विशेष ध्यान रखने का सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया।समीक्षा के दौरान आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत उपलब्ध लक्ष्य के सापेक्ष कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सप्ताह में चार दिन कैम्प का आयोजन कर चिन्हित लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड मुहैया कराने के लिए आयुष्मान मित्रों को निर्देश दिया है।


जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ऐनम को निर्देशित करे के कलेस्टर मीटिंग में ऐजेण्डा बना कर बैठक कर और प्रोग्रेस के बारे में आशा से चर्चा कर समीक्षा भी करें । उन्होनें सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश भी दिया है कि संस्थागत प्रसव वाली महिलाओं को समय से उन्हें जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिया जाए और वे निरन्तर अपने बैंक एकाउण्ट मैनेजर के साथ बैठ कर इस योजना की समीक्षा भी करते रहे ताकि कोई संस्थागत प्रसव वाली महिला इस योजना के तहत लाभ लेने से वंचित न रह जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारीगण, ऐनम और आशा के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित परिवार नियोजन के साधनों को गाॅवों में व्यापक प्रचार प्रसार करें और उन्हें परिवार नियोजन अपनाने हेतु पे्ररित करें। उन्होने कहा कि सघन मिशन इन्द्रधनुष के तहत जिले में टीकाकरण चल रहा है उसकी निरन्तर मानीटरिंग भी की जाए ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहने पावें।



जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा इस जिले में परिवार की वृद्धि दर अधिक है। जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए सरकार की ओर से परिवार नियोजन के लिए अस्पताल के माध्यम से कई सुविधाएं जरूरत मन्दो को निःशुल्क दी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप महिला नसबंदी के लिए दो हजार, पुरुष नसबंदी के लिए तीन हजार, प्रसव के बाद कॅापर टी लगवाने पर 300 रुपए की धनराशि दी जा रही है। जिले के सभी अस्पतालों में पुरूष महिला नसबन्दी, महिलाओं को प्रसव के बाद कॅापर टी, अंतरा इंजेक्शन, छाया टेबलेट, ओरल पिल्स, माला एन एवं निरोध भी मुफ्त दिया जा रहा है। इसे जरूरत मन्द अपनाकर  अपना एवं अपने परिवार का जीवन खुशहाल बना सकते है।
  समीक्षा के दौरान यह ज्ञात हुआ कि एनआरसी में अतिकुपोषित बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है।


इस पर उन्होने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने जिले में जितने भी मरीज ओपीडी में आते हैं उनमे से तीन प्रतिशत मरीजों का क्षय रोग परीक्षण कराने का भी निर्देश दिया है। इस दौरान जिलाधिकारी प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, हाई रिस्क गर्भवती की पहचान सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित अन्य कार्यक्रमों की भी गहन समीक्षा की तथा बेहतर ढंग से कार्य कर जन-जन को स्वस्थ्य रखने का निर्देश दिया।



 इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अवनीश राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 वीके सिंह, जिला विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी मुकेश मातन हेलिया, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा, संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डाॅ0 प्रिया बंसल सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारीगण, डीसीपीएम एंव बीसीपीएम उपस्थित रहे।