कलम से कागज पर लिखी जाने वाली लेखन विधा कंप्यूटर युग में खो-सी गई

*कलम के माध्यम से जो विचार और अक्षर निखरते..*


*कलम से कागज पर लिखी जाने वाली लेखन विधा कंप्यूटर युग में खो-सी गई!*


इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिए लेखन भले ही सरल प्रक्रिया हो गई हो, कलम के माध्यम से जो विचार और अक्षर निखरते हैं, उसकी बात ही कुछ और होती है। इस ओर ध्यान नहीं देने से हाथ से लिखे जाने वाले अक्षर खराब होने की वजह भी यही रही है। व्याकरण त्रुटि न के बराबर रहती है।


इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल के साथ-साथ हैंडराइटिंग को भी जारी रखें, क्योंकि कलम से कागज पर लिखी जाने वाली लेखन विधा कंप्यूटर युग में खो-सी जाने लगी। सुुंदर अक्षरों की लिखावट के पहले अंक मिलते थे। साथ ही सुंदर लेखन की तारीफ होती थी, जो जीवनपर्यंत तक साथ रहती थी। स्कूलों, विभिन्न संस्थाओं की ओर से सुंदर लेखन प्रतियोगिता भी होती थी। अब यह विधा शायद विलुप्ति की कगार पर जा पहुंची। लेखन विधा को विलुप्त होने से बचाने के लिए इसके प्रति हमें जारी रखना होगा।लेखन एक सागर के सामान है


जितना लिखना जारी रखेंगे, उतने ही बेहतर विचार, सुंदर अक्षर और निखरेंगे। कलम के माध्यम से लेखन से नए विचारों का उदय होता है, वहीं लेखन कला को बढ़ावा मिलता है। अगर कच्चा कार्य यानी कलम के जरिए पहले ड्राफ्ट तैयार कर टाइपिंग के लिए दिया जाता है, तो टाइपिंग करने वाले को सुंदर अक्षरों के कारण अक्षर पढ़ने और टाइप करने में आसानी होकर त्रुटि रहित कार्य करने में सुविधा होती है