खुले आम अवैध रूप से व बगैर परमिट के सीएनजी व एलपीजी किट

*खुले आम अवैध रूप से व बगैर परमिट के सीएनजी व एलपीजी किट गाड़ियों में लगाने का धंधा जोरों पर!*


*पुलिस प्रशासन,परिवहन विभाग एवं ट्रैफिक पुलिस भी इस ओर ध्यान नही दे रही!क्या किसी बड़े हादसे का इन्तेजार कर रहा  संबंधित विभाग?*


*आसानी से कबाड़ियों की दुकानों पर मिल जाती सीएनजी व एलपीजी सिलेंडर व गैस किटे!


मुजफ्फरनगर।
*मुजफ्फरनगर में आमजन की जान बड़ी सस्ती नजर आ रही हैं! तभी तो शहर में खुले आम अवैध रूप से व बगैर परमिट के सीएनजी व एलपीजी किट लगाई जा रही है*


*ओर तो ओर यह अवैध गैस किट बड़े आसानी से मुजफ्फरनगर में कबाड़ियों की दुकानों पर मिल जाती हैं* 


*वो भी मात्र 3 या चार हजार में तथा एलपीजी किट हजार से लेकर 2 हजार तक मे कबाड़ी गैस किटे उपलब्ध करा देते हैं इनको इससे कोई मतलब नही की कि इन गैस कीटो से किसी की जान जा सकती हैं* 


*तो वही यह अवैध गैस किट लगाने वाले भी पुरानी गैस किट लगाकर अपनी जेबें भर रहें हैं तथा पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग एवं ट्रैफिक पुलिस भी इस ओर ध्यान नही दे रहा हैं या कह लिजिये की वो किसी बड़ी दुर्घटना होने के बाद जागेगा* 


*पुलिस प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर ऐसे कबाड़ी व यह किट लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लानी चाहिए तथा कबाड़ियों को सख्त हिदायत देकर पुरानी गैस सिलेंडर व किटे बेचने पर रोक लगानी चाहिए*


 *मुजफ्फरनगर में इन दिनों छोटी व बड़ी कारों में धड़ल्ले से अवैध सीएनजी किट लगाने का धंधा चल रहा है।* 


*बिना लाइसेंस वाली काफी वर्ष पुरानी सीएनजी किट व एलपीजी किट कारों में लगवाकर लोग अपने साथ दूसरों की जान से भी खिलवाड़ कर रहे हैं*


*क्योंकि सड़क पर दौड़ रहीं अवैध सीएनजी किट से लैस यह कारें कभी भी बड़े हादसे को न्योता दे सकती हैं।और यह सब केवल कुछ हजार रुपये बचाने के चक्कर में किया जा रहा है।*


*जानकारों के मुताबिक, लाइसेंस वाली वैध सीएनजी किट लगवाने पर 30 से 60 हजार रुपये का खर्च आता है जबकि अवैध रूप से लगने वाला यह सीएनजी किट महज 3 से 6 हजार रुपये में कबाड़ी मार्केट से लेकर किट  लगा दि जाती है*


*खास बात यह है कि पुलिस प्रशासन,परिवाहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देती*


*जिस कारण अवैध सीएनजी किट लगाने का धंधा खूब फल-फूल रहा है।* 


सीएनजी व एलपीजी जानकारों के मुताबिक शहर में अवैध सीएनजी किट से लैस कारों की संख्या हजारों तक पहुंच चुकी है तथा अगर ऐसे वहानों की रोड पर चेकिंग कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी नजर आ जायेगा


तो वही अगर सरकार की माने तो बढ़ते प्रदूषण के रोकथाम के लिए इन दिनों केंद्र हो या राज्य सरकार, सभी इलेक्ट्रिक वाहन या सीएनजी वाहनों को प्रमोट कर रही हैं।सस्ती होने के साथ ही सीएनजी बढ़ते प्रदूषण के रोकथाम में बेहद कारगर है।


इसी के चलते मुजफ्फरनगर में भी सीएनजी को प्रमोट हुआ हैं और अभी तक दो सीएनजी पंप खुल चुके हैं और भविष्य में कई और खुलने की उम्मीद की जा रही हैं। इसीलिए पुराने वाहनों में सीएनजी किट लगवाने का चलन भी बढ़ गया है।


अधिकृत रूप से सीएनजी किट लगवाने के लिए पैसे अधिक खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में पैसे बचाने के लिए लोग कबाड़ी मार्केट से बिना लाइसेंस वाली अवैध सीएनजी किट लेकर लगवा रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को इसकी जानकारी तक नहीं है।