मण्डलायुक्त व डीआईजी ने तहसील सदर में सुनी लोगों समस्यायें, मौके पर किया 19 मामलों का निस्तारण
सम्पूर्ण समाधान दिवस से अनुपस्थित 6 अधिकारियों का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश
आज़मगढ़ 18 फरवरी
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कहा कि प्रायः गांवों के छोटे-छोटे मामलों को लेकर आमजन को अनावश्यक रूप से तहसीलों और जिला मुख्यालयों तक भाग दौड़ करनी पड़ती है। उन्होंने निर्देश दिया कि राजस्व कर्मी ऐसे मामलों को मौके पर ही निस्तारित करना सुनिश्चित करें ताकि लोग अनावश्यक भाग दौड़ से बच सकें। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी तथा डीआईजी सुबाष चन्द्र दूबे द्वारा मंगलवार को तहसील सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर आम जन से उनकी समस्याओं की सुनवाई दौरान कुल 180 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें राजस्व के 101, पुलिस के 28, विकास के 20 तथा शेष अन्य विभागों से सम्न्धित थे। अधिकारीद्वय ने जन समस्याओं की सुनवाई के दौरान कुल 19 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया जिसमें राजस्व के 17 एवं पुलिस 2 प्रकरण सम्मिलित हैं। मण्डलायुक्त ने शेष प्रार्थना पत्रों को सम्बन्धित विभागों को हस्तान्तरित करते हुए कुछ संवेदनशील मामलों में सायं तक का, कुल मामलों 2-3 दिन का समय देते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्रदत्त समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से निस्तारित कर तत्समय ही अवगत कराये जाने का भी निर्देश दिया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर उप संचालक चकबन्दी, अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, खण्ड विकास अधिकारी सठियाॅंव, सहायक अभियन्ता लोनिवि, सहायक विकास अधिकारी पंचायत एवं सहायक विकास अधिकारी सहकारिता के अनुपस्थित पाये जाने पर मण्डलायुक्त ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित इन सभी 6 अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही इनसे स्पष्टीकरण भी प्राप्त का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी के समक्ष कुछ प्रकरण ऐसे भी आये जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा अवगत कराया गया कि पत्थर नसब होने के बाद विपक्षियों द्वारा उखाड़ कर फेंक दिया गया। उन्होंने इस स्थिति पर काफी नाराजगी व्यक्त किया तथा एसडीएम, तहसीलदार के साथ सम्बन्धित कर्मचारियों को भी निर्देशित किया जहाॅं ऐसे मामले संज्ञान में आये तुरन्त मौके पर जाकर उसको देखें यदि नसब पत्थर उखाड़कर फेंका गया हो तो सम्बन्धित के विरुद्ध तत्काल सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाय। इसी प्रकार वरासत के कई मामलों में अवगत कराया गया कि वरासत दर्ज करने में पात्र का नाम छूट गया है। इस पर भी मण्डलायुक्त ने पूरी सावधानी के साथ समय से वरासत दर्ज करने की हिदायत दी। अधिकांश शिकायतकर्ताओं जमीन पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा किया जाने के कतिपय मामलों में मण्डलायुक्त ने राजस्व विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम भेजकर मामले का निराकरण करते हुए दो दिन के अन्दर अवगत कराये जाने निर्देश दिया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर डीआईजी सुबाष चन्द्र दूबे ने पुलिस से सम्बन्घित मामलों की सुनवाई के दौरान दो मामलों को मौके पर सुलझाया, जबकि शेष मामलों के समयवद्ध निस्तारण का निर्देश देते हुए सम्बन्धित थाना प्रभारियों को हस्तान्तरित किया।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर रवीन्द्र सिंह, एसपी नगर इला मारनजी, संभागीय खाद्य नियन्त्रक राजेश कुमार, उपायुक्त खाद्य केपी मिश्र, संयुक्त कृषि निदेशक एसके सिंह, उपायुक्त आबकारी एसपी चैधरी, उप निदेशक पंचायत राम जियावन, तहसीलदार पवन कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।