सातवें दिन भी स्कूटर्स इंडिया लिमिटिड के कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन जारी रहा

सातवें दिन भी स्कूटर्स इंडिया लिमिटिड के कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन जारी रहा


कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने बोला की प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नही है पर डीलर्स को डेढ़ करोड़ का अनुदान दीपावली में दे दिया जिस कारण कंपनी घाटे में आ गयी।  यूनियन द्वारा इसकी CBI से मांग करने पर जोर दिया गया। ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग विजय सिंह राठौर के द्वारा कहा गया की कर्मचारी एकता बनाएं रखें लड़ाई लंबी है जब तक सरकार हमारी बातों को सुनेगी नही और अपने आदेश पर पुनर्विचार नही करती तब तक आंदोलन जरी रहेगा। सचिव श्री नवनीत शुक्ल द्वारा कहा गया की कंपनी की विद्युत तिपहिया वाहन निजी कंपनी के वाहनो से काफी सस्ता है और अगर कंपनी बंद होती है तो जनता को महँगे वाहन खरीदने पड़ेंगे। मोदी जी का सपना मेक इन इंडिया सिर्फ स्कूटर्स इंडिया पूरा कर रही है इसके बन्द होने से न सिर्फ मोदीजी का नए भारत का सपना टूटेगा बल्कि हजारों युवा कर्मचारी भी बेरोजगार हो जाएंगे। 



कर्मचारियों द्वारा कंपनी बंद होने के विरोध में कैंडल मार्च भी निकाला गया जिसमे हज़ारों की संख्या में कर्मचारियोंके अतरिक्त स्थानीय लोगों ने भाग लिया। सभी की मांग थी की चलती हुई कंपनी को सरकार बंद न करके चलाने की कोशिश करे जिससे लाखों लोगों का रोजगार चलता है ।